चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही गायब हुए प्रत्याशी अब दुल्हन की तरह कार्यालय सजाने लगे है
सादिक सिद्दीक़ी कांधला
कांधला कस्बे की राजनीति में घमासान मचा हुआ है एक तरफ तो कस्बे के पूर्व चेयरमैन हाजी वाजिद उर्फ़ बबला हसन नें चुनाव न लड़ने की घोषणा की तो दूसरी और पूर्व में पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने के लिए तैयारी कर रहे विक्रांत डागोरिया पूर्व में चुनाव की तिथि हटते ही अपने कार्यालय पर ताला डाल कर गुम हो गए थे अब वही विक्रांत डांगोरिया पालिका अध्यक्ष का चुनाव छोड़ वार्ड सभासद की चुनाव की तैयारी करने लगे है
आपको बता दे
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही कस्बे के प्रत्याशीयो नें कार्यालय खोलकर उसे दुल्हन की तरह सजाने में लगे पूर्व में जरासी चुनाव की तारीख हटते ही अपने-अपने कार्यालय बंद कर गायब हो गए थे एक दो प्रत्याशी को छोड़ सभी प्रत्याशी के दुल्हन की तरह सजे कार्यालय बंद कर वहां से दरी व चादर व कुर्सिया समेट कर प्रत्याशी गायब हो गए थे यूं कहिए कि सवेरे से देर रात तक गुलजार रहने वाले कार्यालय चुनाव हटते ही विरान बन गए थे अब उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका और गायब हुए प्रत्याशी बिलो से बाहर निकल कर अपने आपको बड़ा प्रमुख समाजसेवी बनाने में लग गए है तो वही दमखम दिखाने के लिए प्रचार के साथ कार्यालय खोलने की होड़ बढ़ती जा रही है हर दिन खुल रहे है खरर्चीले कार्यालय कई प्रत्याशी नें तो अपने क्षेत्र में एक नहीं कई कई कार्यालय खोल दिए है एक दूसरे की देखा देखी हमने प्रत्याशी भी कार्यालय खोलने की व्यवस्था करने में लगे है प्रत्याशीयों नें अपने मुख कार्यालय का धूमधाम से उद्घाटन साथ ही मोहल्लो की गलियों में अब पालिका प्रत्याशी अपने कार्यालय बना रहे है किसी नें समर्थक के घर के कमरे में तो किसी नें खाली पड़े गोदाम और दुकान रब ने बोर्ड लगा दिया है खास व्यक्ति की उपस्थिति के साथ प्रत्याशी के भ्रमण और अन्य चुनावी संबंधी जानकारियों के लिए खुले प्रत्याशियों की कार्यालयों में देर रात तक लोगों का जमावड़ा रहता है अब यह तो आने वाले समय के गर्भ में छिपा कौन होगा कांधला नगरपालिका का बादशाह