मीडिया किसानों की समस्याओं को नहीं दिखाती, राहुल गांधी
बड़ौत, राहुल गांधी की बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा आज बड़ोत क्षेत्र से होकर गुजरी जनपद बागपत में कांग्रेस को छोड़कर समस्त नागरिकों सामाजिक संगठनों व आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने इस कड़ाके की ठंड में गर्मजोशी के साथ इस यात्रा का स्वागत किया जैसा कि लोगों को अनुमान था कि यहां कांग्रेस नहीं है। तो इस यात्रा में कौन भाग लेगा लेकिन यात्रा के स्वागत में आए जनसैलाब ने इस मिथक को तोड़ते हुए यह दिखा दिया कि देश की जनता के साथ बागपत जनपद के जनता भी नफरत की राजनीति को पसंद नहीं करती और वह राहुल गांधी द्वारा खोली गई मोहब्बत की दुकान में साझेदारी चाहती है। कहने को तो यहां कांग्रेस के पास एक सभासद तक नहीं है। और ना ही यहां कांग्रेस का संगठन फिर भी क्षेत्र की जनता कांग्रेस को पसंद करती है। यहां पिछले बीस वर्षों से कांग्रेस ने कभी किसी कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष नहीं बनाया यहां दो भाइयों की जेब में दो पार्टियां रहती है। वह कभी समाजवादी पार्टी को उठा लेते हैं। और जब कभी कांग्रेस का कोई कार्यक्रम आता है। तो कांग्रेस उठा लेते हैं। लेकिन उनका किसी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। वह वह तो एक सफल व्यापारी हैं। और व्यापार करते हैं। जिनमें एक भाई हाजी तराबु उद्दीन सपा शासन में राज्य मंत्री का दर्जा ले चुके हैं। उस समय दोनों भाई समाजवादी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता रहे लेकिन आज उक्त दोनों भाई कांग्रेस के मंच पर दिखाई दिए इसी परिवार के कारण कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पाई अगर कांग्रेस हाईकमान चाहे तो जनपद बागपत में उमड़े इस जनसैलाब को वोटों में परिवर्तित कर सकती हैं। लेकिन उसे यहां किसी कांग्रेसी को जिम्मेदारी देनी होगी वही जनपद बागपत की शान रही शूटर दादी प्रकाशी तोमर राहुल की इंतजार में काफी देर तक खड़ी रही वही राहुल ने भी उन्हें निराश नहीं किया जहां लाखों लोग उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे लेकिन उन्होंने शूटर दादी प्रकाशी तोमर के साथ तस्वीर खिंचवाई व उनसे बात की शूटर दादी प्रकाशी तोमर ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि यहां की जनता अब भी इस क्षेत्र को रालोद का गढ़ मानती है। जबकि पिछले आठ वर्षों से यहां रालोद का मात्र एक ही विधायक है। बाकी सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है। आने वाले लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेसका टिकट वितरण सही तरीके से हो गया तो यहां सभी तस्वीर बदल सकती है।
जिला बागपत। सैयद वजिद अली की रिपोर्ट