30 मिनट मे ठंडे ही पड़ जाते हैं अलाव
गरीबों के अलाव से नगरपालिका कर्मचारियों की जेब गर्म!
कांधला लगातार तापमान गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रात में सड़कों पर आने जाने वाले लोगों के लिए प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था कराई गई है, लेकिन शहर में नगरपालिका द्वारा अलाव के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। कस्बे के दिल्ली बस स्टैंड पर अलाव जलाए जा रहे है।
लेकिन अलाव के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है 30 मिनट तक ही अलाव जल रहे हैं। इसकी वजह लकड़ी खत्म होना बताया गया है।नगर पालिका अधिकारी अलाव जलाने के भले ही दावे कर रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत बिलकुल अलग है अलाव की स्थिति जानने के लिए टीम ने विभिन्न स्थानों पर अलाव जलने का जायजा लिया तो प्रशासन और पालिका अधिकारियों की सच्चाई सामने आई। कहीं निर्धारित स्थानों पर अलाव ही नहीं जल रहे थे
तो कहीं 8 बजे से पहले ही अलाव बंद हो गए। कहीं बहुत कम लकड़ी मिलीं जिस कारण सर्दी में ठिठुरते हुए लोगों को रात बितानी पड़ रही है।
हाड़ कपकपा देने वाली ठंड में नगरपालिका की ओर से चौराहों पर अलाव की व्यवस्था सिर्फ दिखावा साबित हो रही है। नगरपालिका ने ठंड के दौरान शहर के चौराहों पर अलाव जलाने के लिए लकडि़यां तो बहुत खरीद ली थी, लेकिन पालिका ने ठंड में अलाव जलाकर खानापूर्ति की। इसके विपरीत नगरपालिका की ओर से असहाय गरीबों के लिए ठंड में अलाव जलाने का काम कागजों पर बखूबी हो रहा है जबकि इसकी जमीनी हकीकत इससे बिलकुल इतर है।