उत्तर प्रदेश लखनऊ

जिसके लिए धर्म बदला, उसी ने कत्ल को दिया अंजाम

 

स्टार यूनिवर्स मीडिया न्यूज़ एजेंसी

विजिलेंस दर्पण समाचार पत्र संवाददाता

लखनऊ। मड़ियांव की रहने वाली इशरत परवीन ( 30 ) ने मोहब्बत में धर्म बदला और जीवन भर साथ निभाने के वादे पर सोनी तिवारी बन गई। लेकिन उसे इसका तनिक भी अंदाजा नहीं था कि जिस पुष्पेंद्र तिवारी को अपना सब कुछ मान कर उसने अपने वजूद से समझौता किया है। वही उसका कातिल निकलेगा। इस साजिश में पुष्पेंद्र ने अपने छोटे भाई गोविंद तिवारी व दोस्त सूरज वर्मा की मदद ली। दृश्यम फिल्म देखकर शातिर पुष्पेंद्र ने खुद को बचाने के लिए सारे हथकंडे अपनाए लेकिन लगातार बयान बदलने के चलते पुलिस को शक गहरा हो गया। पुलिस ने गुपचुप तरीके से हत्याकांड का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को जेल भेज दिया प्रभारी निरीक्षक सुशांत गोल्फ सिटी शैलेंद्र गिरी के मुताबिक मूल रूप से गोंडा के छपिया स्थित मसकनवा का रहने वाला पुष्पेंद्र तिवारी उर्फ शुभम 2019 में मंडीयाव के एक जिम मैं ट्रेनर था, जहां मड़ियांव कि इशरत परवीन भी आती थी। प्रशिक्षण के दौरान दोनों में मोहब्बत हो गई। कुछ दिन साथ रहने के बाद पुष्पेंद्र मॉडल बनने मुंबई चला गया। उसके पीछे इशरत भी पहुंच गई। वहां धर्म व नाम बदलकर सोनी तिवारी बनी और आर्य समाज मंदिर में शादी की। करीब 6 महीने बाद कोरोनावायरस आया तो दोनों लखनऊ लौट आए। जिम बंद होने के चलते पुष्पेंद्र बेरोजगार हो गया। इस बीच पुष्पेंद्र मड़ियांव मैं किराए का मकान छोड़कर गुडंबा के आदिल नगर में किराए पर रहने लगा, जहां इशरत उर्फ सोनी भी उसके साथ रहती थी। रोजगार की तलाश में काफी दिन भटकने के बाद पुष्पेंद्र ने करीबियों के सहयोग से मसकनवा गांव के बाजार में जिम को लिया। वह बीच-बीच में लखनऊ आता था। इसे लेकर सोनी से तकरार होने लगी। इस पर परिजनों ने अलग होने की सलाह दी, लेकिन पुष्पेंद्र ने मना कर दिया। इस बीच पुष्पेंद्र को शक हुआ कि सोनी का किसी दूसरे युवक से संबंध हो गया है। इसके बाद ही हत्या की साजिश रची और भाई गोविंद को इसमें शामिल किया। पहले तो वह नहीं माना, लेकिन जब पुष्पेंद्र ने दृश्यम फिल्म दिखाई तो तैयार हो गया। पुलिस ने पुष्टि पुष्पेंद्र व गोविंद के व्हाट्सएप चैटिंग से की है। खसरा निवासी सूरज वर्मा ने कबूला की दोस्ती के चलते पुष्पेंद्र का साथ दिया।

 

खदरा निवासी सूरज वर्मा ने कुबूला कि दोस्ती के चलते पुष्पेंद्र का साथ दिया। बताया कि गैराज में पड़ी पुष्पेंद्र की कार की मरम्मत के लिए सूरज ने अपनी बाइक गिरवी रखकर 15 हजार रुपए जुटाए थे। आरोपियों ने कबूला कि वारदात आदिल नगर वाले किराए के मकान में 2 सितंबर को तड़के 4:00 बजे के करीब अंजाम दी। इससे पहले शाम को सूरज अपनी स्कूटी से गोविंद को लेकर पहुंचा और एक दोस्त के यहां रुके। साजिश के तहत पुष्पेंद्र ने दरवाजा खोलकर दोनों को कमरे में दाखिल कराया। गोविंद ने सो रही सोनी के पेर सूरज ने हाथ पकड़ लिया सोनी कुछ समझ पाती इससे पहले ही पुष्पेंद्र ने तोलिए से मुंह दबा कर मार डाला पुष्पेंद्र ने 6 सितंबर को सोनी की गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस ने पूछताछ की तो लगातार बयान बदलने लगा। संदेह होने पर पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली। फिर पुष्पेंद्र व सूरज को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इसके बाद गोविंद को गोंडा से हिरासत में लिया । रास्ते में हुई कड़ाई से पूछताछ में उसने पूरी वारदात उगल दी। इसका वीडियो दिखाने पर पुष्पेंद्र व सूरज की भी हिम्मत टूट गई और दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया ‌। प्रभारी निरीक्षक सुशांत गोल्फ सिटी शैलेंद्र गिरी के मुताबिक, इशरत परवीन उर्फ सोनी तिवारी के भाई वजाहत हुसैन से दूसरी तहरीर लेकर गुमशुदगी के केस को हत्या में तब्दील किया गया। मामले को गुडंबा थाने में ट्रांसफर कर दिया गया।

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