
समाज में छिपे गद्दार पत्रकरो के खिलाफ एकत्र होकर जंग लड़ने की अब जरूरत
लोगो को डरा धमका कर मुकदमो की देता है धमकी
पूर्व मे कैराना थाने मे हुवा था इस बहरूपिए पर मुकदमा 25 हजार का इनाम है घोषित
कांधला कस्बे कै एक सम्मानित पत्रकार की छवि को धूमिल करने का किया प्रयास..
*शामली*
कांधला समाज में फैले कुकुरमुत्तो की तरह समाज को भ्रमित करने वाले दलाल पत्रकारों पर अब स्वतंत्र होकर कलम चलाने की जरूरत है। दलाल पत्रकारों को समय-समय पर आईना दिखाने का स्वतंत्र होकर अपनी कलम से प्रयास करते रहना चाहिए। वरना, यह दलाल पत्रकार देश के चौथे स्तंभ पत्रकारिता की गरिमा को ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। *कांधला* कस्बे में समाज में छिपे गद्दारों को सबक सिखाने का अब समय आ गया है। एक बहरूपिया किसम का दलाल पत्रकार पत्रकारिता का चोला ओढ़कर और अपने आप को एक
संगठन का अध्यक्ष बताते हुए समाज को भ्रमित कर अपनी काली करतूतों पर पर्दा डालने का काम कर रहा है। लेकिन, समाज में छिपे गद्दार अब स्वतंत्र पत्रकार की कलम से बच नहीं पाएंगे, उनकी सारी काली करतूतें समाज के सामने उजागर करने का प्रयास किया जाएगा।
समाज मे छिपे किडो को अब कुचलने की जरूरत
समाज में छिपे कीड़ों को अब शांत रहो कर कलम के माध्यम से कुचलने की सख्त जरूरत है क्योंकि समाज के भ्रमित कर भोली भाली जनता को समाज में छिपा भेड़िया एक बहरूपिया किस्म का दलाल पत्रकार अपना निशाना अपनी हवस की भूख का निवाला बनाने पर उतारू है
पूर्व मे कस्बे मे संगठन बनाया था
इस दलाल पत्रकार ने कस्बे व क्षेत्र के चिकित्सकों, खनन माफिया, भू- माफिया, राजनेता व सामाजिक कार्यकर्ताओं से अवैध उगाही की थी जिसके बाद यह दलाल पत्रकार चर्चाओं में आ गया था।
तरह-तरह के षड्यंत्र रच रहा बहरूपिया
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार समाज में छिपे गद्दार अब तरह तरह के षड्यंत्र रचने पर उतारू हो गए हैं। उन बहरूपियो को डर है कि अगर समाज के सामने उनका असली चेहरा सामने आ गया तो उनके दलाली के अड्डे बंद हो जाएंगे।