कैराना –
कस्बे के मोहल्ला बैदोवाला कुआ निवासी सहीद उर्फ खांचा पुत्र मामूदीन लम्बे समय से सटटे की खाईवाडी करता चला आ रहा है । तो वही उसका पुत्र शाहिद उर्फ कुली भी सटटे की खाईवाडी करने मे अपनी अहम भूमिका निभा रहा है । सूत्र बताते है कि शहीद उर्फ खांचा कस्बे का सटटा किगं बताया जाता है जो स्वमं तो इस अवैध कमाई को करता है तो वही अपने पुत्र को भी इस अवैध कमाई का बडा सोदागर बना चुका है ।
सहीद खाचां पर लगभग डेढ दर्जन से अधिक है मुकदमे ।
सूत्र बताते है कि सहीद खांचा पर लगभग आठ मुकदमे एनडीपीएस व तेरह मुकदमे अन्य मामलो मे बताये गये है जबकि उसका पुत्र भी पीछे नही है उसके पुत्र पर भी एन डी पी एस का मुकदमा बताया गया है ।
बताया जाता है कि गरीब मजदूर को मोह माया जाल मे फसा कर उनके खून पसीने की कमाई को ऐठने मे लगा रहता है । चर्चा यह है कि एक रूपये के नब्बे रूपये देने के लालच मे फसा कर गरीब मजदूर लोगो से खून पसीने की कमाई को चूस कर नवाबो वाली जिदंगी जीने मे लगा है । सहीद खांचा कोई नया सटटा किग नही है वह बहुत पुराना सटटे का खाईवाड बताया जाता है । अगर बात करे कुछ समय पूर्व की तो सूत्र बताते है कि सहीद खांचा के यहा आठ आठ मुनीम सटटा लिखने के लिऐ रहते थे । लेकिन पुलिस की सक्रियता के चलते सटटा किगं खांचा को पुलिस ने अर्श से फर्स पर लाकर खडा कर दिया था । कोतवाली पुलिस की कडी कार्यवाही के चलते पिता पुत्र ने नशीले पदार्थो की तस्करी का कार्य बडे पैमाने पर सुरू कर दिया था जिस पर कोतवाली पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुऐ सम्बधित धाराओ मे पिता पुत्र के विरूध कानूनी कार्यवाही करते हुऐ उसे सलाखो के पीछे भेजा था । खांचा के मुह लगी अवैध कमाई का धंधा यही नही रूकता बल्कि जेल से आने के बाद ही सटटे की खाईवाडी का अवैध कारोबार अपनी दंबगता के बल पर पिता पुत्र ने जारी कर दिया था । जबकि सूत्र बताते है कि कोतवाली पुलिस के दो खाकीधारी सहीद खाचे की शरण मे हर महा पहुचते दिखाई देते है जबकि हल्का इंचार्ज व कोतवाली प्रभारी को इस खेल से अंजान रखा जा रहा है क्योकि हल्का इंचार्ज व कोतवाली प्रभारी पहले ही सटटे के खाईवाडो पर अंकुश लगाने मे अहम भूमिका निभा चुके है । लेकिन अपने अधिकारियो की आखो मे धूल झोक कर दो पुलिस कर्मी खाचे का सटटा चलवाने की चर्चाओ मे सुनाई देते है । देखना यह है कि क्या पुलिस पिता पुत्र की दंबगता को खत्म करते हुऐ खांचे की सटटे की खाई वाडी पर रोक लगाते हुऐ पिता पुत्र के विरूध कार्यवाही तर पायेगी यह तो आने वाला समय ही तय कर पायेगा ।