उत्तर प्रदेश शामली

महापंचायत में लोगों ने कहा विद्युत विभाग है भ्रष्ट

स्टार यूनिवर्स मीडिया न्यूज़ एजेंसी

विजिलेंस दर्पण समाचार पत्र संवाददाता कैराना। विद्युत निगम के खिलाफ गांव कंडेला में पांच गांवों के लोगों की रविवार को सर्वजातीय महापंचायत हुई। इसमें वक्ताओं ने विद्युतकर्मियों पर मनमानी और अवैध वसूली करने के आरोप लगाए।

महापंचायत में भाजपा नेताओं समेत अन्य दलों के नेता भी मौजूद रहे।

गांव कंडेला स्थित चौधरी मानसिंह राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में कंडेला, शेखूपुरा, हिंगोखेड़ी, जगनपुर व भूरा के ग्रामीणों की विद्युत निगम के खिलाफ सर्वजातीय महापंचायत बुलाई थी। इसकी अध्यक्षता 84 खाप के चौधरी रामपाल सिंह ने की। महापंचायत का शुभारंभ रणसिंघा बजाकर किया गया। यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि बाबू हुकुम सिंह को कंडेला से अटूट प्रेम था। आज इसी गांव में महापंचायत हो रही है। हमारा उद्देश्य समाज का उत्पीड़न रोकना है। विद्युत निगम के उत्पीड़न के संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद उन अधिकारियों को हटा दिया गया। अपने अंदर कोई कमी न हो तो कोई आपके घर में घुस नहीं सकता है।

भाजपा नेत्री मृगांका सिंह ने कहा कि हम समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं। किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है। एकजुटता के साथ जागरूकता बनाए रखें। भाजपा नेता अनिल चौहान ने कहा कि यह शुरूआत है। एकजुटता की ताकत से उन दोनों अधिकारियों के तबादले हो चुके हैं, जो काम कल हुआ, यह पहले ही होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हमें लखनऊ या कहीं भी जाना पड़े, लेकिन आमजन को समस्या नहीं आने देंगे।

सपा विधायक नाहिद हसन की बहन इकरा हसन ने कहा कि आप लोगों ने भाई को जेल में रहते हुए चुनाव जिताया। भाई यहां नहीं हैं, इसलिए निमंत्रण पर मेरा आने का फर्ज था। भाकियू नेता मैनपाल चौहान ने कहा कि आज क्रांति की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं पर इलाज हो या न हो पर हमारे संगठन के लोग इलाज करना जानते हैं। उन्होंने सरकार से बिजली मुफ्त देने, किसानों का कर्ज माफ करने व 14 दिनों में गन्ना मूल्य भुगतान की मांग की। कैराना ब्लॉक प्रमुख हर्षल चौधरी ने कहा कि अब उत्पीड़न करने वाले अधिकारी यहां काम नहीं कर पाएंगे।

कांधला ब्लॉक प्रमुख विनोद मलिक ने कहा कि एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने अपने लोगों को झुकने नहीं दिया है। महापंचायत के दौरान किसानों के नलकूपों पर मीटर नहीं लगवाने, प्रत्येक गांव में पांच-पांच सदस्यों की संघर्ष समिति बनाने तथा उत्पीड़न करने की सूरत में विभागों के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने का निर्णय किया गया। संचालन पूर्व प्रधान ऊंचागांव रवींद्र चौहान ने किया। इस दौरान पूर्व प्रधान शेखूपुरा विलियम चौहान, पूर्व प्रधान राजेश, अनुज चौहान, पूर्व प्रधान कंडेला रामवीर, अनुज चौहान सहित महापंचायत आयोजक पांचों गांवों के अतिरिक्त तितरवाड़ा, बुच्चाखेड़ी, खुरगान, बामनौली, सुन्हेटी, मामौर, बराला, हथछोया, गुर्जरपुर, बिड़ौली, बलवा आदि गांवों के लोग मौजूद रहे।

…मंच छोड़कर चलने लगे एमएलसी

मंच से सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाजें उठीं और विपक्षी दलों के नेता के पहुंचने से भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह नाराज हो गए। इसके बाद वे मंच से उठकर चलने लगे, जिससे राजनीतिक माहौल गर्माता नजर आया। हालांकि, महापंचायत आयोजकों ने उन्हें मनाया। इसके बाद वह फिर से मंच पर बैठ गए।

क्या है पूरा मामला

17 अगस्त 2022 को विद्युत उपकेंद्र कंडेला अंतर्गत शेखूपुरा गांव में टीम अभियान चला रही थी। ग्रामीणों ने इसका विरोध कर दिया था। इसके बाद निगम की ओर से पंकज, सूरज, नरेश व सेठा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। नामजदों में सूरज ऊन तहसील क्षेत्र में पटवारी बताया जाता है। वहीं, विद्युत निगम के अधिकारियों ने भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह पर जबरन फैसला कराने के लिए धमकाने का आरोप भी लगाते हुए धरना दिया था। इसके बाद ही कंडेला में महापंचायत का एलान किया था। हालांकि, पंचायत से एक दिन पूर्व ही आलाकमान ने भाजपा नेताओं की सिफारिश पर दो अधिकारियों का जिले से बाहर तबादला कर दिया था।

सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

कंडेला में सर्वजातीय महापंचायत को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त रहे। यहां पुलिस एवं पीएसी के जवानों की तैनाती के साथ ही दमकल विभाग की गाड़ी भी रही। वहीं, विद्युत निगम के अधिकारियों के तबादले के बावजूद महापंचायत को लेकर खुफिया विभाग के अधिकारी भी नजरें रखे रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *