जुलूस में गूंजी या हुसैन की सदाएं
– पांच मोहर्रम पर शिया सोगवारों ने निकाला मातमी जुलूस, पुलिस व पीएसी बल रहा तैनात
कैराना। हजरत इमाम हुसैन की याद में शिया सोगवारों ने पांच मोहर्रम पर अलम व जुलजनाह का मातमी जुलूस निकाला। इस दौरान या हुसैन की सदाएं गूंजी। सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस व पीएसी बल तैनात रहा।
गुरुवार को नगर के मोहल्ला आलकलां में नादर अली के अजाखाने पर मजलिस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मौलाना सैय्यद इकरार हुसैन रामपुरी ने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन व 72 जानिसारों ने दीन व हक के लिए अपनी कुर्बानी दी। इससे पहले उन्हें यातनाएं दी गई, लेकिन वह कभी झूके नहीं। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बेहतर अमल है झूठ न बोलना। सच्चाई के पथ पर सदैव अग्रसर रहना है। इस अवसर पर मुदस्सिर हुसैन आदि ने मर्सियाखानी की। जबकि यावर जैदी, अमीर हैदर जैदी व गुलजार जैदी आदि ने नोहाख्वानी की। तत्पश्चात अजाखाने से शिया सोगवारों ने काले कपड़े पहनकर मातमी जुलूस निकाला, जिसमें सोगवारों ने इमाम हुसैन की याद में मातम किया। इस दौरान या हुसैन की सदाएं गूंजती रही। जुलूस आलकलां कोतवाली के सामने से होकर मुख्य मार्ग को होते हुए पूर्व जगदीश प्रसाद महाविद्यालय परिसर में स्थित करबला में संपन्न हुआ, जिसमें अलम व जुलजनाह बरामद हुए। इस अवसर पर कौसर जैदी, सरवर हुसैन, अली हैदर जैदी, चांद मियां जैदी, शबी हैदर, रईस हैदर, शुजात हुसैन आदि मौजूद रहे। दूसरी ओर, सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल कपरवान पुलिस व पीएसी के जवानों के साथ तैनात रहे।
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