उत्तर प्रदेश मुज़फ़्फ़रनगर शामली सहारनपुर

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने ग्रामीण इलाकों की सड़कों की स्थिति पर जताई थी नाराज़गी और ग्राम विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि ग्रामीण सड़कें पूरी तरह दुरुस्त की जाएं।

मार्ग मे भरा वर्षा का पानी से गुजरकर स्कुल जाते बच्चे ग्राम प्रधान को है किसी बड़े प्रदर्शन का इंतजार

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने ग्रामीण इलाकों की सड़कों की स्थिति पर नाराजगी जताई थी और ग्राम विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि ग्रामीण सड़कें पूरी तरह दुरुस्त की जाएं।

पत्रकार मरगूब नवाज़ तुर्की

ऐसा नहीं कि यह कहानी उत्‍तर प्रदेश के सिर्फ एक गांव की है। कुछ ऐसी ही कहानी प्रदेश के अलग-अलग गांव से अक्‍सर सामने आती रहती हैं। सड़कों की इसी बदहाली पर हाल ही में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने नाराजगी भी जाहिर की थी। उन्‍होंने राजधानी लखनऊ के लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान ग्रामीण इलाकों की सड़कों की स्थिति पर नाराजगी जताई और ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि ग्रामीण सड़कें पूरी तरह दुरुस्त की जाएं। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने यह भी कहा कि ”प्रदेश के समस्त मार्ग गड्ढा मुक्त किया जाये

मुजफ्फरनगर जनपद के ककरौली थाना क्षेत्र के गाँव कमहेड़ा तकया वाली मस्जिद से हरिजनों की ओर जाने वाला मार्ग सड़क मे गड्डे या गड्डो मे सड़क कहना हीं मुश्किल है जबकि इसी मार्ग से दुल्ला वाला पीर हो मंदिर हो मस्जिद हो स्कूल या हो अस्पताल या किसी दूसरे गांव मे जाना हो तो इसी मार्ग के कीचड से गुजरना पड़ता है और ग्राम प्रधान सोते हुवे नजर आ रहे है *वही ग्राम प्रधान का कहना है की गांव कै लिए ऊपर से पैसा नहीं अ रहा है पैसा आएगा तो करा दिया जायेगा*

दरअसल गांव में ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की मनमानी के चलते गांव की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। जहां ग्रामीण पिछले कई साल से गांव के मुख्य मार्ग पर कीचड़ और गंदे पानी से होकर निकलने को मजबूर हैं। गांव में गंदगी का यह हाल उस समय है जबकि देश कोरोना और डेंगू जैसी जैसी बीमारियों के संकट से गुजर रहा है

मुख्य सड़क टूटी होने के कारण गांव के मुख्य मार्ग पर पानी भरा हुआ है और चारों तरफ की सड़क का अंबार है। सुबह और शाम ग्रामीणों को इसी गंदे पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। लेकिन इससे ज्यादा दयनीय स्थिति यह है कि जब गांव की महिलाएं इसी गंदे पानी और कीचड़ के बीच से चारा लेने के लिए खेत पर निकलती है। तो उनको गंदे पानी और कीचड़ का सामना करना पड़ता है। गांव की बदहाली की तस्वीर से स्पष्ट है कि गाँव को सुंदर बनाने के दावे की हकीकत क्या है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ब्लॉक में शिकायत के बावजूद भी गांव की इस गंभीर समस्या पर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है

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