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हरियाणा। में रैली के दौरान भड़काऊ नारे लगे बजरंग दल के विहिप सदस्य पर केस दर्ज

गुड़गांव: राजस्थान के उदयपुर शहर में एक दर्जी की हत्या के विरोध में हरियाणा के गुड़गांव शहर में आयोजित एक रैली के दौरान एक समुदाय के विरुद्ध कथित अपमानजनक नारे लगाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) एवं बजरंग दल के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

गुड़गांव पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

पुलिस ने कहा कि यह रैली 29 जून को आयोजित हुई थी तथा सोशल मीडिया पर साझा किए गए उसके वीडियो के आधार पर सिटी थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दीपक शरण ने कहा, ‘सोशल मीडिया एवं कुछ यूट्यूब चैनलों पर साझा किए गए वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है. हम तथ्यों का सत्यापन कर रहे हैं और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.’

गुड़गांव पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराएं 116, 153(ए), 295(ए), 34 एवं 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के अनुसार 29 जून (बुधवार) को कम से कम 80 लोग गुड़गांव के नेहरू पार्क में शाम के करीब 5 बजे जमा हुए और उन्होंने हरीश बेकरी चौक पर तितर-बितर होने से पहले सदर बाजार की ओर मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने ‘इस्लामिक जिहाद आतंकवाद’ का पुतला भी जलाया था.

रैली से संबंधित कथित वीडियो में प्रदर्शनकारियों को जामा मस्जिद के पास मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाते सुना जा सकता है. प्रदर्शनकारियो ने ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो के भी नारे लगाए.

रैली को पुलिस की अनुमति इस शर्त के साथ मिली थी कि प्रदर्शन के दौरान कानून और व्यवस्था बनाकर रखी जाएगी.

सिटी पुलिस थाने में एफआईआर सोशल मीडिया पर शेयर किए गए उस वीडियो के आधार पर दर्ज की गई, जिसे देखने के बाद पुलिस ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया था.

डीसीपी (पश्चिम) दीपक शरण ने कहा, ‘एफआईआर सोशल मीडिया और कुछ यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए वीडियो के आधार पर दर्ज की गई थी.’

गुड़गांव पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘इस रैली/जुलूस के दौरान एक खास समुदाय के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर नारेबाजी की गई. इस संबंध में कार्रवाई करते हुए आयोजकों और रैली में नारे लगाने वाले अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.’

गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने धारदार हथियार से एक दर्जी की हत्या कर दी थी और उसका वीडियो सार्वजनिक करते हुए कहा था कि वे ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला ले रहे हैं.

दोनों को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौैंप दी है. इस घटना की विभिन्न दलों और धार्मिक नेताओं ने निंदा की है.

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