स्मैक के काले कारोबार पर फिसल रही कांधला की युवा पीढ़ी, नहीं लग रहा गोरख धंधे पर लगाम
रिपोर्ट सादिक सिद्दीक़ी
(कांधला)
युवा मन को जोश व उमंग की उम्र कहा जाता है। यही उम्र का पड़ाव होता है, जब भविष्य को लेकर इसी युवा मन द्वारा लक्ष्य साधा जाता है, पर कस्बे के युवाओं की नसों में जोश कम नशा तैरता ज्यादा दिखाई दे रहा है। कहने का मतलब यह है कि कांधला कस्बे में स्मैक का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा और कस्बे की युवा पीढ़ी नशे की आदी होती जा रही, जबकि जिम्मेदार पूरी तरह से बेखबर नजर आ रहे हैं दरअसल
कांधला क़स्बा व आस-पास के क्षेत्रों में इन दिनों स्मैक का कारोबार एक बार फिर जोरों से फल-फूल रहा है और स्मैक तस्कर जमकर चांदी काट रहे हैं। स्थिति यह है कि गली-मोहल्लों में जहां स्मैक की तस्करी खुलेआम हो रही है, वहीं युवाओं को स्मैक का नशा खुलेआम करते हुए देखा जा सकता है
यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि कस्बे की युवा पीढ़ी पथ भ्रमित नजर आ रही है। धूम्रपान से लेकर शराब का सेवन तक करने में 16 साल से लेकर 25 वर्ष तक की आयु के ही युवा ज्यादा चिह्नित किए जा रहे हैं। नशे के दलदल में फंसने वालों में अच्छे अच्छे परिवारों के बच्चे भी शामिल हैं, जो पढ़ने लिखने की उम्र मेें नशे के आदी होते जा रहे हैं। नशे में धूम्रपान से लेकर शराब का सेवन तो किया ही जा रहा, इसके अलावा जो इन दिनों नशा नसों में उतारा जा रहा है, उनमें स्मैक का नाम पहले लिया जा रहा है। नगरवासियों का कहना है कि इस नशे की पुड़िया 50 से लेकर 200 व 500 रुपये में अलग-अलग मात्राओं में मुहैया है पूर्व में कस्बे व आस-पास के क्षेत्रों में स्मैक कारोबार जोरों पर था और युवा पीढ़ी लगातार नशे की गर्त में जा रही थी। जिस पर नशाबंदी को लेकर पुलिस ने स्मैक तस्कर स्मैकिया को गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ ही पुलिस द्वारा नगर व आस-पास के क्षेत्रों की स्कूलों में नशे के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया गया, जिससे काफी हद तक नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश भी लग गया था जिससे लापरवाही के चलते एक बार फिर नशे का कारोबार फल-फूलने लगा है
दरअसल कांधला कस्बे कै मोहल्ला मौलानान कै पूर्व सभासद मुसरफ सिद्दीक़ी ने बताया कै मोहल्ले कै बड़े स्मैक करोबारी महताब अवैध रूप से कारोबार कर रहे हे जिससे छोटे छोटे बच्चे इसपर लग कर अपनी जिंदगी ख़राब कर रहे हे मोहल्लों में जहां स्मैक की तस्करी खुलेआम हो रही है, वहीं युवाओं को स्मैक का नशा खुलेआम करते हुए देखा जा सकता है वही पूर्व सभासद का कहना हे की मोहल्ले में स्मैक का काला कारोबार लगातार अपना परचम लहराता हुआ नजर आ रहा है, जिस पर युवा पीढ़ी फिसल रही है लाख कोशिशों के बावजूद भी स्मैक के काले कारोबार पर लगाम नहीं लग रहा हे पूर्व सभासद का कहना हे की पिछले दिनों स्मैक कारोबारी को पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका हे लेकिन सत्ताधारी इनको छुड़ा लेते हे
_युवा पीढ़ी आई स्मैक की चपेट में_
मोहल्ले में युवा पीढ़ी स्मैक की चपेट में आने लगी है। कुछ स्मैकची अपने शौक को पूरा करने के लिए बड़े रहिस घरों के बच्चों को स्मैक की लत का शौकीन बनाने पर तुले हुए हैं तो कुछ ने छोटे बच्चो को भी स्मैक का शौक शुरू कर दिया है। गौरतलब बात तो यह है कि जब तक घरों से स्मैक के शौक को पूरा करने के लिए स्मैकचियों का जुगाड़ आसानी से हो जाता है तब तक तो ठीक है लेकिन जब उन्हें घरों से नशे के जुगाड के लिए रुपए मिलना बंद हो जाता है तो यह छोटी मोटी वारदातों को भी अंजाम देने से नहीं रुकते हैं और अपने शौक को पूरा करते हैं पूर्व सभासद ने बताया कि सुनसान से रहने वाले स्थलाें पर इसका व्यवसाय ज्यादा फलफूल रहा है, तो कस्बे कै मोहल्ला मौलानान इसकी बिक्री के लिए ख्याति प्राप्त करता जा रहा है। इस मोहल्ले में स्थित इससे अछूते नहीं हैं, जहां स्मैक शान कै वक्त आसानी से देखे जा सकते हैं। कई स्थानों पर स्मैक का धंधा होता चला आ रहा है। यह बात और है कि पुलिस द्वारा समय-समय पर छापे मारे जाते रहे हैं, पर एक आध गिरफ्तारी तक छापा सीमित रहा और स्मैक के धंधे पर कोई आंच नहीं आई।