अक्सर देखा गया है सत्ता मिलने के बाद सत्ता पक्ष आराम की नींद सो जाता है लेकिन सत्ता में रहते हुए भी जनता बीच रहना भाजपा को आता है। सभी महापुरुषों के जन्मदिवस को एक उत्सव के तौर पर मनाना तो कोई भाजपा से सीखे। इसी कड़ी में हम बात कर रहे हैं सफीदों के कद्दावर नेता और
हरियाणा न्यूज़:- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य एडवोकेट विजयपाल सिंह की जिन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर एक बड़ा कार्यक्रम करके मिसाल पेश की। सफीदों की शूरसेनी धर्मशाला में किए गए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री और भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष करण देव कंबोज ने शिरकत की।
यूं तो हाल ही में सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में भाजपा ने 3 अप्रैल को मुख्यमंत्री की एक बहुत बडी सफलतम रैली करके दिखाई है लेकिन जल्द ही इतने कम समय में एक और कार्यक्रम करके कहीं ना कहीं प्रदेश प्रवक्ता विजयपाल सिंह अहलूवालिया ने अपने संगठन और अपने कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश की है। शुरुआत में यूं तो यह एक सामान्य सा कार्यक्रम जान पड रहा था लेकिन ज्यों ही मुख्य अतिथि स्टेज पर पहुंचे तब तक पंडाल खचाखच भर चुका था जो व्यवस्थाएं की गई थी वह भी कम पड़ चुकी थी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजू मोर से लेकर सभी ओबीसी मोर्चा के नेताओ ने अपने अपने वक्तव्य से जनता को सराबोर किया लेकिन विजयपाल एडवोकेट के द्वारा दिया गया ओजस्वी भाषण मुख्य अतिथि कर्ण देव कंबोज को भी खूब भाया और जनता ने भी खूब तालियां बजाईं। गेहूं के सीजन होने के बाद भी इतनी भीड़ होना कहीं ना कहीं विजय पाल सिंह की लोकप्रियता को दर्शाता है। ऐसा नहीं कि सिर्फ भाषण बाजी ही हुए उसके बाद राष्ट्रीय कीर्ति आह्वान समिति ने रात्रि भोज का भी विशेष प्रबंध किया हुआ था।
विजयपाल अहलूवालिया ने अपने उद्बोधन में कहा महात्मा ज्योतिबा फुले ऐसे समाज सुधारक रहे हैं जिन्होंने समाज की कुरीतियों को जड़ से उखाड़ने का काम किया, महिला शिक्षा पर उन्होंने ऐसा काम किया जो युगों युगों तक याद रखा जाएगा।
अगर बात की जाए मुख्य अतिथि कर्ण देव कंबोज कि उन्होंने अपने भाषण में कहा कि भाजपा इकलौती ऐसी पार्टी है जो सभी महापुरुषों को साथ लेकर चलती है। और ज्योतिबा फुले तो ऐसे संत महापुरुष है जिन्होंने समाज को एक नई दिशा दें।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय कीर्ति आह्वान समिति और ओबीसी मोर्चा के साथ सभी समाज के प्रबुद्ध लोगों का योगदान रहा। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से , बलविंद्र धीमान, रणबीर बिटानी, जसमेर सैनी, रामरति वर्मा, रघुवीर कश्यप, रामकरण कश्यप, राजकुमार जोगी, सरोज सैनी, गीता बिटानी, राजकुमारी सहल, गीता , कृष्णा पांचाल, कविता, विनोद कुमारी,पाला राम यादव, सोहन सिंह, प्रवीन सैनी, रामदयाल गोस्वामी, लाभ सिंह धीमान, सत्यवान जोगी, सुभाष कश्यप, पवन पांचाल, शीशपाल बैरागी, जसवंत जांगड़ा,कर्मबीर सोलंकी ,सुनिल कुमार आदि उपस्थित रहे।